कभी कभी
चंद कदमो का फासला
दुनिया बदल देता है
चंद कदमो का फासला
ज़िन्दगी-भर का फासला बन जाता है
चंद कदमो का फासला
कभी ना मिटने वाला फासला बन जाता है
चंद कदमो का फासला
जिंदगी ओर मौत का फासला बन जाता है
ै
Posted in zindagi, tagged कभी कभी, चंद कदम, जिंदगी, दुनिया, फासला, मौत, Blogroll, hindi, kala, kavita, muskan, zindagi on जनवरी 30, 2009| 7 Comments »
कभी कभी
चंद कदमो का फासला
दुनिया बदल देता है
चंद कदमो का फासला
ज़िन्दगी-भर का फासला बन जाता है
चंद कदमो का फासला
कभी ना मिटने वाला फासला बन जाता है
चंद कदमो का फासला
जिंदगी ओर मौत का फासला बन जाता है
ै
Posted in zindagi, tagged खवाब, चाँद, जिंदगी, फासला, हकीकत, Blogroll, hindi, kala, kavita, muskan, poetry, zindagi on जुलाई 23, 2008| 3 Comments »
खवाबो में चाँद को देखा था
उसे पाया भी था
पर हकीकत में
कभी उसे पाने की तमन्ना नही की
मैं खवाब और हकीकत के बीच का फासला जानती हूँ
जिंदगी में कुछ खवाब सच हो जाते है
पर हकीकत से
नजरे चुराकर देखे गए खवाब कभी सच होते नही
मैं खवाब और हकीकत के बीच का फासला जानती हूँ